जगदीप धनखड़ के इस्तीफे के बाद अब नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। एनडीए जल्द ही उम्मीदवार की घोषणा कर सकता है, जिसमें हरिवंश नारायण सिंह का नाम प्रमुखता से लिया जा रहा है।
सोमवार देर शाम (21 जुलाई, 2025) उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के अचानक इस्तीफे ने देश की राजनीति में हलचल मचा दी है। संसद के मानसून सत्र के पहले ही दिन उनके इस फैसले ने सभी को चौंका दिया। स्वास्थ्य कारणों और चिकित्सकीय सलाह का हवाला देते हुए उन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपना इस्तीफा सौंप दिया, जिसे स्वीकार कर लिया गया। अब उनकी जगह नए उपराष्ट्रपति के चुनाव की प्रक्रिया जल्द ही शुरू होगी और एनडीए गठबंधन जल्द ही अपने उम्मीदवार की घोषणा कर सकता है।
धनखड़ के बाद अब कौन?
74 वर्षीय जगदीप धनखड़ ने अगस्त 2022 में देश के 14वें उपराष्ट्रपति के रूप में शपथ ली थी। उन्होंने तीन साल तक राज्यसभा के सभापति के रूप में कार्य किया और अब दो साल से अधिक का कार्यकाल शेष रहते उन्होंने इस्तीफा दे दिया है। अब इस महत्वपूर्ण संवैधानिक पद पर कौन बैठेगा, इसे लेकर राजनीतिक चर्चाएँ तेज हो गई हैं।
भाजपा के नेतृत्व वाला एनडीए गठबंधन जल्द ही नए उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की घोषणा कर सकता है। इस दौड़ में सबसे मजबूत नाम राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश नारायण सिंह का माना जा रहा है। वे जनता दल (यूनाइटेड) के राज्यसभा सांसद हैं और 2020 से उपसभापति के पद पर कार्यरत हैं। हरिवंश सिंह केंद्र सरकार के करीबी और भरोसेमंद चेहरे माने जाते हैं।
अन्य संभावित नाम क्या हैं?
भाजपा किसी राज्य के वर्तमान राज्यपाल को भी उम्मीदवार बना सकती है। जैसे धनखड़ पश्चिम बंगाल के राज्यपाल थे। साथ ही, किसी अनुभवी केंद्रीय मंत्री या पार्टी के शीर्ष संगठनात्मक नेता का नाम भी सामने आ सकता है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, नेतृत्व के पास कई विकल्प हैं और नाम को लेकर मंथन चल रहा है।
पूर्व उपराष्ट्रपतियों का भाजपा से संबंध
धनखड़ से पहले एम. वेंकैया नायडू उपराष्ट्रपति थे और वे भी भाजपा के वरिष्ठ नेता रहे हैं। पिछले रुझानों को देखते हुए माना जा रहा है कि इस बार भी एनडीए किसी ऐसे चेहरे को आगे लाएगा जो संगठनात्मक रूप से मजबूत हो और सदन चलाने में माहिर हो।
क्या नीतीश कुमार का नाम भी चर्चा में है?
इधर पटना में जब मीडिया ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के उपराष्ट्रपति पद की दौड़ में होने की चर्चा पर प्रतिक्रिया मांगी, तो बिहार सरकार के मंत्री नीरज कुमार सिंह बबलू ने कहा, "यह अच्छी बात है। अगर वह उपराष्ट्रपति बनते हैं, तो इसमें क्या दिक्कत है?" हालाँकि, अभी तक जेडीयू या नीतीश कुमार की ओर से इस पर कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।