- यूपी में 'कासिम' निकला कृष्ण बाबा, माथे पर तिलक और भगवा वस्त्र पहनकर लोगों को ठग रहा था

यूपी में 'कासिम' निकला कृष्ण बाबा, माथे पर तिलक और भगवा वस्त्र पहनकर लोगों को ठग रहा था

शिवरात्रि के दिन उसका असली चेहरा सामने आया। मंदिर में भोज के दौरान जब वह दानपात्र तक पहुँचा, तो उसका उद्देश्य पूजा-अर्चना करना नहीं, बल्कि पैसे चुराना था।
मेरठ में भक्ति और आस्था को शर्मसार करने वाला एक मामला सामने आया। यहाँ एक व्यक्ति ने साधु का वेश धारण कर न केवल लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ किया, बल्कि मंदिर में दानपात्र से चोरी करने की कोशिश करते हुए रंगे हाथों पकड़ा भी गया।

दौराला थाना क्षेत्र के दादरी गाँव में एक व्यक्ति पिछले लगभग छह महीने से गाँव के शिव मंदिर में 'कृष्ण बाबा' के नाम से रह रहा था। सिर पर जटाएँ, माथे पर तिलक, भगवा वस्त्र और हाथ में माला लिए वह खुद को कृष्ण भक्त बताता था। गाँव वाले भी उसे साधु मानकर उसका सम्मान करने लगे थे।
शिवरात्रि के दिन उसका असली चेहरा सामने आया। मंदिर में भोज के दौरान जब वह दानपात्र तक पहुँचा, तो उसका उद्देश्य पूजा-अर्चना करना नहीं, बल्कि पैसे चुराना था। जैसे ही उसने पैसे निकालने की कोशिश की, मंदिर में मौजूद कुछ युवकों ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।

कासिम बिहार के सीतामढ़ी का रहने वाला है।

पूछताछ के दौरान सच्चाई सामने आने पर गाँव में हड़कंप मच गया। खुद को 'कृष्ण बाबा' बताने वाला यह व्यक्ति असल में बिहार के सीतामढ़ी का रहने वाला कासिम पुत्र अल्ताफ निकला। ग्रामीणों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद दौराला थाना पुलिस मौके पर पहुँची और आरोपी को हिरासत में ले लिया।

पूछताछ के दौरान गुमराह

पुलिस अब इस बात की जाँच कर रही है कि क्या कासिम अकेला ही इस धोखाधड़ी में शामिल था या उसके साथ कोई और गिरोह भी सक्रिय है। पूछताछ के दौरान उसने कई बार गुमराह करने की कोशिश की है।

वह खुलेआम भक्तों से चंदा लेता था।

ग्रामीणों का कहना है कि कई बार उन्हें उसके व्यवहार पर शक हुआ, लेकिन वह इतनी चतुराई से धार्मिक गतिविधियों में शामिल होता था कि कोई उस पर शक नहीं कर पाता था। वह शिव पाठ करता था, आरती गाता था और भक्तों से खुलेआम चंदा भी लेता था।

दिल्ली के कालकाजी मंदिर के पास रिक्शा चलाता था

आरोपी कासिम का कहना है कि वह पहले दिल्ली के कालकाजी मंदिर के पास रिक्शा चलाता था। इसके अलावा, वह अपना ज़्यादातर समय कालकाजी मंदिर में बिताता था। एक बार वह हरिद्वार गया था और लौटते समय मेरठ के दादरी गाँव के एक मंदिर में रुका था।

कालकाजी मंदिर में हिंदू धर्म के बारे में सीखा

जब गाँव वालों ने उससे उसके बारे में पूछा, तो उसने अपना पता तो सही बताया, लेकिन अपना नाम कासिम की बजाय कृष्ण बाबा बताया। कासिम का कहना है कि उसने दिल्ली के कालकाजी मंदिर में हिंदू धर्म के बारे में सीखा और समझा, और मेरठ के इस मंदिर में रहकर उसे इसका लाभ मिला।

पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है

पुलिस ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी, धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने और चोरी के प्रयास के आरोप में मामला दर्ज किया है। पुलिस यह भी पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या कासिम ने और भी जगहों पर इसी तरह लोगों को ठगा है। एसएसपी विपिन ताडा ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और उससे पूछताछ की जा रही है।

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