महाराष्ट्र के उप-मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि हमारी भाषा हिंदी हो या अंग्रेजी, हम मराठी सीखने की कोशिश ज़रूर करेंगे। अगर कोई इतना भी कह दे, तो कुछ नहीं बिगड़ेगा।
महाराष्ट्र में भाषा को लेकर छिड़े विवाद के बीच, उप-मुख्यमंत्री और राकांपा प्रमुख अजित पवार की प्रतिक्रिया सामने आई है। उन्होंने कहा है कि सभी को अपनी मातृभाषा का सम्मान करना चाहिए और उस पर गर्व करना चाहिए।
अगर महाराष्ट्र में रहने वाले अन्य भाषा-भाषी मराठी नहीं जानते, तो उन्हें मराठी का सम्मान करना चाहिए और बिना किसी आक्रामक रवैये के मराठी भाषा सीखने की कोशिश करनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोग प्रतिक्रिया देते हुए कहते हैं कि मैं मराठी नहीं बोलूँगा, यह ठीक नहीं है।
उपमुख्यमंत्री ने मीडिया से बातचीत में कहा, "अगर महाराष्ट्र में रहने वाले दूसरी भाषा बोलने वाले लोग कहते हैं कि हम महाराष्ट्र में रहते हैं, लेकिन मराठी इतनी अच्छी तरह नहीं जानते, तो हम मराठी का सम्मान करते हैं। हमारी भाषा हिंदी या अंग्रेजी है, लेकिन हम इसे सीखने की कोशिश ज़रूर करेंगे। अगर कोई इतना भी कह दे, तो कुछ भी गलत नहीं होगा।"
'आपको उस जगह के बारे में भी सोचना चाहिए जहाँ आप काम करते हैं'
उन्होंने आगे कहा, ''लेकिन कभी-कभी कोई यह प्रतिक्रिया देता है कि नहीं, मैं नहीं बोलूँगा, यह नहीं चलता। आप जहाँ काम करते हैं, वहाँ के लोग क्या कहते हैं, उनके विचार क्या हैं, लोगों को इस बारे में सोचना चाहिए, इस पर विचार करना चाहिए और एक-दूसरे के साथ खुशी-खुशी रहना चाहिए।''
'जो मराठी नहीं जानते, उन्हें विनम्रता से बात करनी चाहिए'
भाषा विवाद पर राकांपा नेता ने यह भी कहा, ''महाराष्ट्र से लेकर जम्मू-कश्मीर तक सभी को अपनी मातृभाषा पर गर्व होना चाहिए। मराठी को एक विशिष्ट भाषा का दर्जा प्राप्त है। इस समय भाषा के नाम पर जो हो रहा है, वह गलत है। यहाँ रहने वाले जो लोग मराठी नहीं जानते, उन्हें विनम्रता से कहना चाहिए कि, हमें मराठी नहीं आती, हम सीख रहे हैं। '
महाराष्ट्र में हिंदी-मराठी भाषा विवाद गुरुवार (24 जुलाई) को संसद भवन पहुँच गया।
महाराष्ट्र की महिला सांसदों ने संसद भवन की लॉबी में भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को घेर लिया।
महिला सांसदों ने 'जय महाराष्ट्र' के नारे लगाते हुए भाजपा सांसद निशिकांत दुबे पर सवाल भी उठाए।
संसद में निशिकांत दुबे को घेरने के सवाल पर अजित पवार ने मराठी भाषा को लेकर प्रतिक्रिया दी।
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने ठाकरे परिवार पर निशाना साधते हुए कहा था, "अगर आप इतने बड़े बॉस हैं, तो महाराष्ट्र से निकल जाइए, हम आपको पीटेंगे।" इसके बाद महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) के अध्यक्ष राज ठाकरे ने पलटवार करते हुए कहा था कि जो भी मराठी लोगों को 'पीट-पीटकर' मारेगा, हम उसे मुंबई के समंदर में 'डुबोकर' मार देंगे।