हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण भी शहर की सफाई में जुटा है। एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह और सचिव मनीष सिंह के अलावा अधिकारी भी सफाई व्यवस्था में जुटे रहे।
हरिद्वार में बुधवार को कांवड़ मेला समाप्त हो गया। हालांकि, कूड़ा साफ करना प्रशासन और नगर निगम के लिए बड़ी चुनौती है। कांवड़ लेने हरिद्वार पहुंचे कांवड़िये शहर भर में हजारों टन कूड़ा छोड़ गए हैं। इधर, हर की पौड़ी, मालवीय घाट समेत सभी गंगा घाटों और अन्य सड़कों पर जगह-जगह कूड़ा और प्लास्टिक की थैलियां नजर आ रही हैं।
कूड़ा उठाने के लिए नगर निगम की ओर से विशेष अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार शाम से ही नगर निगम की टीमों ने शहर भर में फैले कूड़े की सफाई शुरू कर दी। नगर आयुक्त ने बताया कि कूड़ा उठाने के लिए अतिरिक्त कर्मचारी लगाए गए हैं। 48 घंटे के भीतर हरिद्वार के सभी प्रमुख स्थानों से कूड़ा उठा लिया जाएगा।
वहीं, हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण भी शहर की सफाई में जुटा है। एचआरडीए उपाध्यक्ष अंशुल सिंह और सचिव मनीष सिंह के अलावा अधिकारी भी सफाई व्यवस्था में जुटे रहे।
जल्द शुरू होगा महा स्वच्छता अभियान
विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशु सिंह ने बताया कि विकास प्राधिकरण जल्द ही नगर निगम और विभिन्न स्वयंसेवी संस्थाओं के साथ मिलकर महा स्वच्छता अभियान चलाएगा। इसके साथ ही, हम हरिद्वारवासियों से अपील करते हैं कि वे कूड़ा कूड़ेदान में ही डालें ताकि कूड़े का निपटान हो सके। अगर 10 दिन बाद कूड़ा इधर-उधर फैला हो, तो हमारी दिशा बदल जाती है।
कूड़ेदान में कूड़ा डालें, तो निपटान आसान
हरिद्वार आए कांवड़ियों ने सफाई व्यवस्था को देखकर कहा कि करोड़ों कांवड़िये हरिद्वार आते हैं और उनकी वजह से हरिद्वार के कोने-कोने में कूड़े का ढेर लगा रहता है। अगर कांवड़िये कूड़ा कूड़ेदान में डालें, तो प्रशासन का काम भी आसान हो जाएगा और कूड़े का निपटान भी सही तरीके से हो सकेगा।