कांग्रेस ने हैदराबाद के नामपल्ली विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर फ़र्ज़ी मतदान का गंभीर आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग पर निशाना साधा है और कहा है कि AIMIM और भाजपा की जीत पूरी तरह से फ़र्ज़ी वोटों पर आधारित है।
तेलंगाना कांग्रेस के वरिष्ठ नेता फ़िरोज़ खान ने हैदराबाद संसदीय क्षेत्र और नामपल्ली विधानसभा क्षेत्र में बड़े पैमाने पर फ़र्ज़ी मतदान का गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) पर मिलकर काम करने का आरोप लगाया और दोनों की जीत को फ़र्ज़ी और अस्पष्ट बताया।
एबीपी न्यूज़ से बात करते हुए, फ़िरोज़ खान ने दावा किया कि हैदराबाद संसदीय क्षेत्र में 6 लाख से ज़्यादा फ़र्ज़ी वोटों की पहचान की गई है, जबकि नामपल्ली विधानसभा क्षेत्र में 1 लाख से ज़्यादा फ़र्ज़ी वोट पाए गए हैं। उन्होंने कहा, 'AIMIM और भाजपा की जीत पूरी तरह से फ़र्ज़ी वोटों पर आधारित है, यह लोकतंत्र के साथ विश्वासघात है।'
चुनाव आयोग पर कांग्रेस का बयान
फ़िरोज़ खान ने भारत के चुनाव आयोग पर तीखा हमला किया और आरोप लगाया कि आयोग भाजपा के प्रतिनिधि के रूप में काम कर रहा है। उन्होंने कहा, 'चुनाव आयोग राहुल गांधी से उनके दावों के लिए हलफनामा मांग रहा है, लेकिन जनता आयोग से पूछ रही है कि भाजपा के पक्ष में फर्जी वोट बनाने में उसकी क्या भूमिका थी।'
कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि नामपल्ली में डुप्लीकेट वोटर आईडी बनाए गए और मतदाता सूची में नए फर्जी वोट जोड़े गए। उन्होंने दावा किया, 'हमने तीन लोगों को अवैध मतदान करते पकड़ा, जिनकी पहचान हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी के समर्थक के रूप में हुई।' खान ने कहा कि इन गंभीर अनियमितताओं के बावजूद चुनाव आयोग ने कोई कार्रवाई नहीं की।
फर्जी मतदान लोकतंत्र के लिए एक गंभीर खतरा
फ़िरोज़ खान ने कहा कि राजस्व अधिकारियों ने मतदाता सूची की जाँच के लिए 100 कर्मचारियों को तैनात किया था, लेकिन ये कर्मचारी 10 दिनों के भीतर ही गायब हो गए। उन्होंने कहा, 'पाँच साल के संघर्ष के बाद भी, केवल 10 प्रतिशत फर्जी वोट हटाए गए और वे भी ज़्यादातर मृतकों के नाम पर थे।'
फ़िरोज़ खान ने चुनाव आयोग से तत्काल कार्रवाई की माँग की और कहा कि फर्जी मतदान लोकतंत्र के लिए एक गंभीर खतरा है। उन्होंने एआईएमआईएम और भाजपा के बीच मिलीभगत के आरोप दोहराते हुए कहा, "यह जनता के साथ विश्वासघात है। हम इस मुद्दे को जनता के बीच ले जाएँगे और न्याय के लिए लड़ेंगे।"
बड़ा आंदोलन होगा
कांग्रेस नेता ने चेतावनी दी कि अगर फर्जी मतदाता सूची में सुधार नहीं किया गया, तो वे बड़ा आंदोलन करेंगे। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस ने हैदराबाद और नामपल्ली की मतदाता सूची की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं और राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है।