शिवसेना यूबीटी सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि जब चुनाव होते हैं और नतीजे घोषित होते हैं, तो सर्वेक्षण के आंकड़ों और नतीजों में काफी अंतर होता है।
शिवसेना यूबीटी की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने बिहार चुनाव से पहले आईएएनएस-मैट्रिज़ ओपिनियन पोल पर प्रतिक्रिया दी है। इस ओपिनियन पोल में एनडीए को बढ़त मिलती दिख रही है। बिहार विधानसभा में 243 सीटें हैं। सरकार बनाने के लिए 142 सीटों की ज़रूरत होती है। सर्वे के मुताबिक, एनडीए बिहार में सरकार बना सकता है।
जब लोकसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी से इस ओपिनियन पोल पर टिप्पणी करने के लिए कहा गया, तो उन्होंने कहा, "हर सर्वेक्षण में भारी बहुमत दिखाया जाता है। जब चुनाव होते हैं और नतीजे घोषित होते हैं, तो इसमें काफी अंतर होता है। जनता में यह धारणा बैठ जाती है कि वे (एनडीए) जीतेंगे। लेकिन मैं जनता से सोच-समझकर वोट करने का आग्रह करूँगी।"
प्रियंका चतुर्वेदी ने आगे कहा, "पिछले 20-25 सालों से किसकी सरकार सत्ता में है? पिछले 11 सालों से केंद्र और राज्य दोनों जगह डबल इंजन की सरकार सत्ता में है। आपने 1.25 लाख करोड़ रुपये के पैकेज का वादा किया और फिर धोखा दिया। लोगों को इन सब बातों को ध्यान में रखकर वोट देना चाहिए।"
आईएएनएस-मैट्रिज़ सर्वेक्षण के मुख्य बिंदु
बिहार में एनडीए एक बार फिर सरकार बना सकता है।
सर्वेक्षण के नतीजे विपक्षी गठबंधन के लिए झटका साबित हो सकते हैं।
एनडीए 150-160 सीटें जीत सकता है।
महागठबंधन को 70 से 85 सीटें मिलने का अनुमान है।
एनडीए को 49 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है, जबकि महागठबंधन को 36 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
भाजपा को 21 प्रतिशत, जदयू को 18 प्रतिशत, हम को 2 प्रतिशत, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को 6 प्रतिशत और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी, आरएलएम को 2 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।
राजद को 21 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है, उसके बाद कांग्रेस को 8 प्रतिशत, सीपीएम (एमएल) को 4 प्रतिशत, सीपीआई को 1 प्रतिशत, सीपीएम (मार्क्सवादी) को 1 प्रतिशत और मुकेश साहनी की वीआईपी को 1 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है। प्रशांत किशोर की पार्टी, जनसुराज को 7 प्रतिशत, अन्य को 7 प्रतिशत और एआईएमआईएम को 1 प्रतिशत वोट मिलने का अनुमान है।