मध्य प्रदेश के बालाघाट में 10 वांटेड नक्सलियों ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के सामने सरेंडर कर दिया। सरेंडर के दौरान नक्सलियों ने अपने हथियार भी सौंप दिए। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा कि सरकार मध्य प्रदेश को नक्सल मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
पूरे देश में नक्सलियों के खिलाफ लगातार अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान के तहत, कई टॉप नक्सलियों को, जिन पर इनाम घोषित था, मार गिराया गया है, और कई अन्य ने सरेंडर कर दिया है। ताजा मामला बालाघाट का है, जहां 4 महिलाओं सहित 10 वांटेड नक्सलियों ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के सामने सरेंडर कर दिया। नक्सलियों ने मुख्यमंत्री के सामने अपने हथियार भी सौंप दिए।
क्या है पूरा मामला?
बालाघाट में 10 वांटेड नक्सलियों ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के सामने सरेंडर कर दिया। सीएम मोहन यादव ने उन्हें संविधान की प्रतियां सौंपी और उन्हें मुख्यधारा में शामिल किया। इस मौके पर सीएम मोहन यादव ने कहा कि पीएम मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा तय लक्ष्य के तहत, सरकार मध्य प्रदेश को नक्सल मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
सीएम मोहन यादव ने कहा कि किसी को भी हथियार उठाने की इजाजत नहीं दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने नक्सलियों से सरकार की पुनर्वास नीति अपनाने की अपील की। सरकार उनके जीवन को सुरक्षित करने, उनके विकास को सुनिश्चित करने और उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए हर संभव प्रयास करेगी।
सीएम ने अधिकारियों और जवानों की तारीफ की, शहीद आशीष शर्मा की बहादुरी को श्रद्धांजलि दी
सीएम मोहन यादव ने अधिकारियों और जवानों की तारीफ की और कहा कि नक्सल विरोधी अभियान को लगातार मजबूत किया जा रहा है। राज्य में 15 नए अस्थायी कैंप और स्पेशल सपोर्ट फोर्स के 882 पद स्वीकृत किए गए हैं। लगातार निगरानी, गहन जांच और अभियानों के कारण राज्य में नक्सलियों की मौजूदगी में तेजी से कमी आई है।
उन्होंने कहा कि पिछले साल नक्सल प्रभावित इलाकों में पुनर्वास के लिए 46 सिंगल-विंडो सुविधा केंद्र खोले गए थे। इन केंद्रों के माध्यम से रोजगार, वन अधिकार प्रमाण पत्र और अन्य आवश्यक सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। मुख्यमंत्री यादव ने शहीद आशीष शर्मा की बहादुरी को श्रद्धांजलि दी और कहा कि हॉक फोर्स सहित 328 पुलिस अधिकारियों को, जिन्होंने ड्यूटी के दौरान असाधारण प्रदर्शन किया, आउट-ऑफ-टर्न प्रमोशन दिया गया है। उन्होंने कहा कि सरकार कानून का रास्ता चुनने वालों के पुनर्वास को लेकर चिंतित है। DGP कैलाश मकवाना का बयान भी सामने आया।
DGP कैलाश मकवाना ने कहा कि CM मोहन यादव के नेतृत्व में नक्सल विरोधी अभियान को मज़बूत किया गया है। नए कैंप स्थापित किए गए हैं, और हॉक फोर्स और पुलिस बल को बढ़ाया गया है। अधिकारियों और कर्मियों को भी लगातार प्रोत्साहित किया जा रहा है। इन कार्रवाइयों के सकारात्मक परिणाम मिले हैं।
मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में नक्सलियों के सरेंडर लगातार बढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि रोज़गार और कौशल विकास के प्रयासों के माध्यम से नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के युवाओं और नागरिकों को मुख्यधारा से जोड़ने में महत्वपूर्ण प्रगति हुई है। मध्य प्रदेश पुलिस तय समय सीमा के भीतर राज्य को नक्सल मुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम में परिवहन और स्कूल शिक्षा मंत्री और बालाघाट के प्रभारी मंत्री उदय प्रताप सिंह, वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और कर्मी मौजूद थे।
किन नक्सलियों ने सरेंडर किया?
सुरेंद्र उर्फ कबीर उर्फ सोमा सोढ़ी, पिता उंगा सोढ़ी, गोंड जाति, उम्र 50 साल, निवासी पुलमपध, थाना गुल्लापल्ली, जिला सुकमा, छत्तीसगढ़।
राकेश ओडी उर्फ मनीष, पिता सम्राट ओडी, गोंड जाति, उम्र 42 साल, निवासी गांव झंडेपार (बोट्टेकसा), थाना कोरची, जिला गढ़चिरौली, महाराष्ट्र।
लालसिंह मरावी उर्फ सिंगा उर्फ प्रवीण, पिता भीमा, माता उंगी, गोंड जाति, उम्र 30 साल, निवासी छोटे गुदरा, थाना कटे कल्याण, जिला दंतेवाड़ा, छत्तीसगढ़।
शिल्पा नुप्पो, बेटी जोगा, माता बीमे, गोंड जाति, उम्र 26 साल, निवासी बुडिया बट्टुम, थाना बसागुड़ा, तहसील हवापल्ली, जिला बीजापुर, छत्तीसगढ़।
सलिता उर्फ सावित्री अलावा, बेटी लकमू, माता चिको, गोंड जाति, उम्र 26 साल, निवासी सिनागेलोर, थाना बसागुड़ा, तहसील हवापल्ली, जिला बीजापुर, छत्तीसगढ़।
नवीन नुप्पो उर्फ हिडमा, पिता नांगा, माता बीमे, गोंड जाति, उम्र 30 साल, निवासी बोडकेल, तहसील कोंटा (जगरगुंडा), जिला सुकमा, छत्तीसगढ़। जयशिला उर्फ ललिता ओयम पुत्री समलू, माता देवे, जाति गोंड, उम्र 26 वर्ष, निवासी तराईम, थाना बासागुड़ा, तहसील हवापल्ली, जिला बीजापुर, छत्तीसगढ़। विक्रम उर्फ हिड़मा वट्टी, पुत्र टकमा, मां पिसे, जाति गोंड, उम्र 30 साल, निवासी मडपे डुलोद, थाना चिंता गुफा, जिला सुकमा, छत्तीसगढ़।
जरीना उर्फ जोगी मुसक, पुत्री अंडाल, मां कोशी, जाति गोंड (मुरिया), उम्र अज्ञात, निवासी मुरंगा, थाना गंगालूर, जिला बीजापुर, छत्तीसगढ़।
समर उर्फ समारू उर्फ राजू अतराम, सन्नू पुत्र, मां सुमरी, जाति गोंड, उम्र 32 साल, निवासी इंद्री, बैरमगढ़ तहसील, जिला बीजापुर, छत्तीसगढ़।