नई दिल्ली। जी-20 शिखर सम्मेलन के लिए की गई दिल्ली की साज-सज्जा को बाद में भी बरकरार रखा जाएगा। इसकी रूपरेखा तैयार है और दिशानिर्देश भी जारी हो चुके हैं। यही नहीं, इस सुंदरता का विस्तार राजधानी के अन्य हिस्सों में भी किया जाएगा इस अंतरराष्ट्रीय आयोजन के लिए सजी-संवरी दिल्ली को सभी पसंद कर रहे हैं, लेकिन बहुतों को नहीं भी पता होगा कि इसके पीछे लगभग दो माह की कड़ी मेहनत और करोड़ों रुपये का खर्च भी रहा है। आयोजन समिति के अध्यक्ष होने के तौर पर एलजी वीके सक्सेना स्वयं मोर्चा संभाले रहे हैं। ऐसे में सम्मेलन खत्म होते ही यह सब बर्बाद न हो जाए, इसके लिए समय रहते तैयारी कर ली गई है। जानकारी के मुताबिक, अभी तक जी-20 से संबंधित सभी क्षेत्र को एक टीम की तरह संवारा गया है।
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यहां तक कि धौला कुंआ के पास एयरफोर्स के टेक्नीकल एरिया को भी पीडब्ल्यूडी और वन विभाग संभाल रहा है, लेकिन 15 सितंबर से जो क्षेत्र जिस विभाग के अधीन आता है, उसकी सुंदरता बरकरार रखने की जिम्मेदारी उसी के पास आ जाएगी। एमसीडी, एनडीएमसी, पीडब्ल्यूडी, वन विभाग, डीडीए, एनएचएआइ इत्यादि अपने अधीन क्षेत्र की संभाल खुद करेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि बागवानी, सड़कों की मरम्मत, रिफ्लेक्टर व साइनेज बोर्ड, स्ट्रीट लाइटें, मूर्तियां एवं फव्वारे, स्ट्रीट फर्नीचर, दीवारों की पेंटिंग, फुटपाथ, साफ-सफाई फ्लाईओवर व फुट ओवरब्रिजों की धुलाई आदि को बनाए रखा जाएगा।