-‘अनोखी खोज’ से साइंटिस्ट हैरान
लंदन। वैज्ञानिकों ने करीब 400 साल पुरानार मध्यकालीन युग का एक लोहे का प्रोस्थेटिक हैंड खोजा गया है। यह कृत्रिम हाथ जर्मनी केफ्रीजिंग में पाया गया है, जो उस दौर की प्रोस्थेटिक टेक्नोलॉजी और मेडिकल इनोवेशन का सबूत है।यह एक प्राचीन कंकाल से जुड़ा हुआ था, जिसे 15वीं शताब्दी का बताया जा रहा है। इसे अनोखी आर्कियोलॉजिकल खोज बताया जा रहा है, जिसे देखकर साइंटिस्ट्स चकित रह गए हैं।
एक ताजा रिपोर्ट के अनुसार, बवेरियन स्टेस ऑफिस ने एक प्रेस रिलीज जारी कर इस खोज की घोषणा की थी। यह प्रोस्ठेटिक हैंड सेंट जॉर्ज चर्च के पास खुदाई के दौरान पाया गया था। बवेरियन स्टेस ऑफिस के डॉक्टर वाल्टर इरलिंगर ने पाए गए प्रोस्ठेटिक हैंड के बारे में लोगों को जानकारी दी।डॉक्टर इरिंगलर ने बताया कि यह प्रोस्थेटिक हैंड मध्ययुगीन काल की मेडिकल टेक्नोलॉजी की आविष्कार शीलता का एक चतुर और असली नमूना है। उन्होंने कहा, ‘लेफ्ट हैंड के खोखले कृत्रिम अंग में चार उंगलियां जोड़ी गईं थीं, जिनमें तर्जनी , मध्यमा, अनामिका और छोटी उंगलियां मेटल सीट से बनाई थीं।
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ये कृत्रिम उंगलियां एक दूसरे के समानांतर और थोड़ी घुमावदार होती थीं। इस प्रोस्थेटिक हैंड को पट्टियों की मदद से बांधा जाता था।’जिस कंकाल में यह प्रोस्थेटिक हैंड पाया गया है, जिसका कार्बन डेटिंग से आयु निर्धारण किया गया, जिससे पता चला कि जब शख्स की मृत्यु हुई तो उसकी उम्र 30 से 50 साल के बीच थी।उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि वह शख्स 1450 और 1620 के बीच किसी समय जीवित रहा और मर गया। उस दौर में प्रोस्थेटिक्स के विकास में वृद्धि हुई थी, क्योंकि सैनिक घायल हो जाते थे और शरीर के अंग खो देते थे। यह क्षेत्र तीस साल के युद्ध का हिस्सा था, जिसके परिणामस्वरूप बहुत से लोगों के जख्मी हुए और उनके अंग भंग हुए। हाथ के निर्माण में शामिल तकनीक इसे असाधारण बनाती है।