डरबन । सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाज एबी डिविलियर्स ने कहा कि तत्कालीन दिल्ली डेयरडेविल्स आईपीएल फ्रेंचाइजी ने तीन सत्र उनके साथ बिताने के बाद उनकी अनदेखी की थी। रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर की ओर से सफलता हासिल करने से पहले दिल्ली फ्रेंचाइजी के साथ डिविलियर्स का प्रदर्शन प्रभावशाली नहीं रहा था। दिल्ली फ्रेंचाइजी को अब दिल्ली कैपिटल्स के नाम से जाना जाता है। ऑस्ट्रेलिया के आक्रामक बल्लेबाज डेविड वार्नर की मौजूदगी में हुई टीम बैठक में हालांकि डिविलियर्स को कहा गया था कि उन्हें रिटेन (टीम में बरकरार रखना) किया जाएगा लेकिन ऐसा नहीं हुआ और 2011 नीलामी से पहले टीम ने उनका साथ छोड़ दिया।
इस घटना को याद करते हुए दक्षिण अफ्रीका के पूर्व कप्तान ने अपने यू ट्यूब चैनल ‘एबी डिविलियर्स 360 पर कहा, ‘जब मैं 2010 सत्र में खेला था तो मुझे कार्यालय बुलाया गया और कहा गया कि युवा एबी डिविलियर्स आपको रिटेन किया जाएगा। डिविलियर्स ने कहा, ‘मैं बैठक में डेविड वार्नर के साथ बैठा था। एक या दो हफ्ते बाद मुझे बेहद हैरानी हुई जब मुझे पता चला कि टीम ने मुझे रिलीज कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘उस समय संवाद काफी अच्छा नहीं था, यह आजकल के दिनों से काफी अलग है लेकिन तब अहसास अच्छा नहीं था।
इस 39 वर्षीय पूर्व क्रिकेटर ने कहा कि यह उनके लिए बड़ा झटका था और नीलामी से पहले वह काफी नर्वस थे। उन्होंने कहा, ‘आप अपने करियर को लेकर अनिश्चित थे, उस समय 2010 में मुझे लगता है कि मैंने आईपीएल सत्र में सिर्फ पांच मैच खेले थे इसलिए मेरे मन में काफी संदेह था।डिविलियर्स ने कहा, ‘लेकिन मेरे लिए अंतरराष्ट्रीय सत्र काफी अच्छा रहा था। मैं अच्छा क्रिकेट खेल रहा था और भाग्य से मुझे आरसीबी ने चुन लिया और इसने हमेशा के लिए मेरा जीवन बदल दिया, इसलिए इसे लेकर काफी अच्छी यादें हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं काफी नर्वस था। इसके बाद मुझे ट्विटर से खबर मिली कि आरसीबी ने मुझे चुन लिया है और फिर अगले ही पल विराट (कोहली) का फोन आया।