नई दिल्ली । मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस की बुरी तरह हार मिली है। तीन राज्यों में हार के साथ ही इंडिया गठबंधन के नेतृत्व की जंग में भी कांग्रेस पिछड़ती दिख रही है। गठबंधन में सहयोगी बिहार की सत्ताधारी जदयू ने भी कांग्रेस पर सवाल उठा दिए। जदयू के नेता और मंत्री विजय चौधरी ने नीतीश को गठबंधन का विश्वसनीय चेहरा बताया। उन्होंने कहा, नीतीश के प्रयास से ही इंडिया गठबंधन बना। तीन राज्यों में रिजल्ट का संदेश साफ है कि विपक्षी दलों को एकजुट होकर लड़ना होगा। कांग्रेस को क्षेत्रीय पार्टियों के साथ लचीला रवैया दिखाकर उदार बनना होगा। आपसी साझेदारी नहीं बनने का सबसे ज्यादा नुकसान कांग्रेस को हुआ। उन्होंने कहा, देश जानता है कि गठबंधन में कौन विश्वसनीय है?
इसके पहले जदयू के प्रदेश महासचिव निखिल मंडल ने ट्वीट कर कांग्रेस पर हमला किया था। मंडल ने ट्वीट कर लिखा, अब इंडिया गठबंधन को नीतीश कुमार के अनुसार चलना चाहिए। पिछले कुछ समय से कांग्रेस पांच राज्यों के चुनाव में व्यस्त रही, जिसकी वजह से इंडिया गठबंधन पर ध्यान नहीं दे पा रही थी और अब कांग्रेस चुनाव लड़ भी चुकी है और नतीजे भी सबके सामने हैं। मंडल ने कहा कि नीतीश इंडिया गठबंधन के सूत्रधार हैं और वही इस नैया को पार करा सकते हैं।
वहीं चार राज्यों में नतीजों के बीच कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई है। खड़गे ने 6 दिसंबर को इंडिया गठबंधन की बैठक बुलाई है। इसके पहले भी खड़गे ने साफ किया था कि 5 राज्यों में चुनाव नतीजे आने के बाद विपक्षी गठबंधन की बैठक बुलाई जाएगी। इसमें सीटों के बंटवारे से लेकर गठबंधन के संयोजक के नाम सहित तमाम मुद्दों पर चर्चा होगी।