जयपुर। सुखदेव गोगामेड़ी पर लॉरेंस-आनंदपाल की दुश्मनी भारी पड़ गई। राजस्थान में सुखदेव सिंह गोगामेड़ी हत्याकांड़ में लारेंस विश्नोई गैंग से पुरानी अदावत होने की बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि बिश्नोई गैंग गोगामेड़ी को लंबे समय से अपना दुश्मन मानता था। गैंग के बड़े लीडर संपत नेहरा ने पहले ही धमकी में ये साफ कर दिया था कि गोगामेड़ी की हत्या होगी। दरअसल इस गैंग को ये लग रहा था कि गोगामेड़ी दूसरे गैंग के गैंगस्टर्स की मदद करते हैं।
राजस्थान में जो गैंग अपराध को अंजाम दे रहे हैं उनके लिए खास बात यही है कि जो भी विरोधी गैंग को कोई सपोर्ट कर रहा है तो ये उसे अपना दुश्मन मान लेते हैं। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी के केस में यही हुआ। जानकार बता रहे हैं कि सुखदेव सिंह का विवादों से पुराना नात रहा है। उन पर विभिन्न थानों में 35 केस दर्ज है। सुखदेव सिंह गुर्जर समाज पर पर भी प्रतिकूल टिप्पणियां कर सुर्खियों में रहे है।
आनंदपाल सिंह औऱ विश्नोई गैंग के बीच पुरानी दुश्मनी थी। विश्नोई गैंग को आनंदपाल सिंह और सुखदेव सिंह की दोस्ती पंसद नहीं थी। आनंदपाल की हत्या के बाद दुश्मनी की लकीर और बढ़ गई, और मौका मिलते ही सुखदेव सिंह की हत्या कर दी गई। बताया जा रहा है कि करणी सेना के प्रमुख बनने के बाद वो अक्सर चर्चा में रहे, लेकिन साथ ही उनके दुश्मन भी बनने लगे। कुछ समय पहले सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को लॉरेंस बिश्नोई के गैंग से धमकी मिली थी। एक बार लॉरेंस बिश्नोई गैंग के शूटर संपत नेहरा ने गोगामेड़ी को जान से मारने की बात कही थी। करणी सेना प्रमुख ने पुलिस को इस बारे में जानकारी भी दी थी, लेकिन तब ये नहीं पता था कि दुश्मनी इस कदर बड़ी हो जाएगी कि हत्या तक कर दी जाएगी। गौरतलब है कि दोपहर करीब एक बजे सुखदेव सिंह अपने घर पर ही थे।
उनके एक जानने वाले नवीन शेखावत ने उनसे मिलने का वक्त मांगा था। नवीन शेखावत अपने साथ दो लोगों को को लेकर आए थे। इन दो लोगों ने सुखदेव सिंह से मिलने की इच्छा जताई थी। चारों बैठे बातें कर रहे थे, तभी दोनों लड़कों ने अपनी जेब से पिस्टल निकाल ली और सीधा सुखदेव सिंह पर गोली चला दी। नवीन शेखावत समझ ही नहीं पाए ये क्या हुआ। उन्होंने विरोध किया तो उन पर भी गोलियां चला दी। 17 राउंड फायरिंग हुई और फिर दोनों फरार हो गए। पुलिस की जांच अभी शुरू भी नहीं हुई थी कि बिश्नोई गैंग ने इस हत्या की जिम्मेदारी ले ली। बिश्नोई गैंग ने जो धमकी दी थी उसे पूरा कर दिया था। बिश्नोई गैंग के एक गैंगस्टर रोहित गोदारा ने सोशल मीडिया के जरिए हत्या के बाद ये मैसेज दिया।