नई दिल्ली। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में नए मुख्यमंत्री की तलाश पूरी हो गई है। अब बारी राजस्थान की है। यहां किसके सिर ताज सजेगा इसका खुलासा शाम 4 बजे विधायक दल की बैठक के बाद हो जाएगा। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में जिस तरह से चौंकाने वाले नाम सामने आए हैं उससे लगने लगा है कि राजस्थान में भी हालात कुछ इसी तरह के हो सकते हैं। यहां जिस तरह से विधायकों की घेराबंदी और वसुंधरा को मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठ रही है उसे देखते हुए माना जा रहा है कि इस बार भाजपा हाईकमान कुछ अलग ही करने के मूड में है। यहां कोई ऐसा नाम होगा जिसे बहुत कम लोग जानते होंगे। या यूं कहें कि यहां भी मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ जैसा फॉर्मूला लागू किया जा सकता है।
राजस्थान उन तीन राज्यों में से एक है जहां भाजपा ने हाल के चुनावों में जीत हासिल की है। राज्य में 200 में से 199 सीट के लिए हुए चुनाव के परिणाम तीन दिसंबर को घोषित किए गए। भाजपा को 115 सीट पर जीत के साथ बहुमत मिला है। हाल के दिनों में कई भाजपा विधायकों ने पूर्व मुख्यमंत्री राजे से मुलाकात की है, जिसे उनके प्रति समर्थन के तौर पर देखा जा रहा है। कई विधायकों के पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से उनके आवास पर मुलाकात के बारे में पूछे जाने पर विधायक किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि चुनाव परिणाम आने के बाद 17 विधायकों ने उनसे भी मुलाकात की है, लेकिन इस तरह की गतिविधियां गोलबंदी नहीं हैं। पार्टी के कई विधायकों ने पिछले हफ्ते सोमवार और मंगलवार को राजे से मुलाकात की थी। बाद में राजे दिल्ली गईं और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की। रविवार को यहां कुछ विधायकों ने फिर उनसे मुलाकात की।
चुनाव हारने वाले राजेंद्र राठौड़ समेत पार्टी नेताओं ने कहा कि भाजपा में शक्ति प्रदर्शन की कोई परंपरा नहीं है। उन्होंने कहा कि विधायक शुभकामनाओं का आदान-प्रदान करने के लिए वरिष्ठ नेताओं से मिलने जाते हैं और इसे केवल उसी अर्थ में नहीं देखा जाना चाहिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि राज्य में सभी भाजपा नेता एकजुट हैं। पार्टी के प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह सोमवार को यहां पहुंचे। पार्टी मुख्यालय में पहुंचने पर उन्होंने मीडियाकर्मियों से कहा कि मंगलवार को (यानि के आज) केन्द्रीय पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह यहां आ रहे हैं और उनके साथ दोनों सहपर्यवेक्षक भी आएंगे। भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक आज शाम चार बजे होगी जिसमें आगामी मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला हो सकता है। बैठक में पार्टी पर्यवेक्षक राजनाथ सिंह भी भाग लेंगे। भाजपा के प्रदेश महामंत्री और विधायक भजनलाल शर्मा ने कहा कि भाजपा विधायक दल की बैठक पार्टी के प्रदेश कार्यालय में बुलाई गई है।
इसके लिए दोपहर डेढ़ बजे से पार्टी के सभी नवनिर्वाचित विधायकों का पंजीकरण शुरू होगा। सभी नव-निर्वाचित विधायकों को अनिवार्य रूप से विधायक दल की बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिये गये हैं। बैठक में पार्टी के पर्यवेक्षक रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, सह-पर्यवेक्षक राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सरोज पाण्डेय और राष्ट्रीय महामंत्री विनोद तावड़े भी मौजूद रहेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, गजेंद्र सिंह शेखावत और अश्विनी वैष्णव राजस्थान में मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे बताए जा रहे हैं।