बेंगलुरु । कर्नाटक के राज्यपाल का आवास एक गुमनाम कॉल के बाद अधिकारियों के रडार पर आ गया, जिसमें धमकी दी गई थी कि अंदर बम रखा हुआ है। हालाँकि, खोजबीन के बाद, पुलिस ने निष्कर्ष निकाला कि कॉल संभवतः एक धोखा थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के नियंत्रण कक्ष में फोन आया और दावा किया गया कि बम किसी भी समय फट सकता है, जिससे अधिकारी सकते में आ गए। बेंगलुरु पुलिस विभाग को तुरंत संपर्क कर साइट पर भेजा गया।
पुलिस ने राज्यपाल के आधिकारिक आवास की तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। अधिकारियों ने पता लगाया है कि कॉल बीदर जिले से की गई थी, जो पड़ोसी राज्य महाराष्ट्र के साथ सीमा साझा करता है। हालांकि, अपराधी का पता लगाने की कोशिश हो रही है। बेंगलुरु के पश्चिम डिवीजन के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) शेखर एच टेककन्नावर ने कहा कि एनआईए नियंत्रण कक्ष को आधी रात में एक गुमनाम कॉल मिली जिसके बाद बेंगलुरु पुलिस सतर्क हुई। काफी खोजबीन के बाद भी कुछ पता नहीं चला। हम मामले की जांच कर रहे हैं। अभी तक कोई गिरफ्तार नहीं हुई है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्नाटक के राज्यपाल थावर चंद गहलोत उस वक्त बेलगावी में थे और उन्हें कोई खतरा नहीं था। राजभवन के अधिकारी ने बताया कि जांच से पता चला कि कॉल बीदर से की गई थी। कॉल के बाद फोन बंद हो गया। पुलिस कॉल करने वाले का पता लगाने की कोशिश कर रही है।