नई दिल्ली। सूर्य से गुरुवार को सबसे शक्तिशाली सौर चमक दिखाई दी है। सितंबर 2017 के बाद सनस्पॉट 3514 से एक्स2.8 श्रेणी का विस्फोट देखे जाने की इस अंतरिक्ष घटना से मौसम को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।नासा के सोलर डायनेमिक्स ऑब्जर्वेटरी द्वारा कैप्चर की गई यह घटना वर्तमान सौर चक्र 25 की सबसे मजबूत चमक को दर्शाती है और इसने भू-चुंबकीय स्टार्म वॉच को प्रेरित किया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि गुप्त कोरोनल मास इजेक्शन (सीएमई) युक्त आने वाली सौर पवन धारा के कारण 15 या 16 दिसंबर को मामूली जी1-श्रेणी के भू-चुंबकीय तूफान आ सकते हैं।
स्थिति 17 दिसंबर तक मध्यम जी2 या यहां तक कि मजबूत जी3 तूफान के स्तर तक तीव्र हो सकती है। मौजूदा विस्फोट से जुड़े सीएमई के पृथ्वी पर पहुंचने की उम्मीद है।14 दिसंबर को भड़की चमक ने महत्वपूर्ण व्यवधान पैदा किया, जिसमें अमेरिका में गहरा शॉर्टवेव रेडियो ब्लैकआउट भी शामिल था। हैम रेडियो ऑपरेटरों ने चमक भड़कने के बाद लंबे समय तक 30 मेगाहर्ट्ज से नीचे सिग्नल हानि का अनुभव किया, जो संचार प्रणालियों पर ऐसी सौर घटनाओं के तत्काल प्रभाव को उजागर करता है।
अमेरिकी वायु सेना ने विस्फोट के तुरंत बाद टाइप टू सौर रेडियो विस्फोट की सूचना दी, जो तेजी से चलने वाले सीएमई का संकेत है। अनुमान से पता चलता है कि सीएमई का वेग 2100 किमी/सेकेंड से अधिक हो सकता है, जो आने वाले अंतरिक्ष मौसम की संभावित गंभीरता पर जोर देता है। सौर और हेलिओस्फेरिक वेधशाला (एसओएचओ) की छवियों ने एक असंतुलित प्रभामंडल सीएमई की उपस्थिति की पुष्टि की है, हालांकि इसका लक्ष्य सीधे तौर पर हमारे ग्रह पर नहीं है, लेकिन ऐसा प्रतीत होता है कि इसके घटक पृथ्वी की ओर बढ़ रहे हैं, जिससे 17 दिसंबर को एक बड़ा झटका लगने की आशंका बढ़ गई है।