लखनऊ । देश में कोरोना के नए वेरिएंट की केरल में दस्तक होने के बाद उत्तर प्रदेश में भी कोरोना के नए वेरिएंट का केस आ गया है। इस नए वेरिएंट से लोग काफी परेशान दिखाई दे रहे हैं। लोगों में उहापोह की स्थिति बनी हुई है कि अगर यह स्थितियां बढ़ती हैं या खराब होती हैं तो कैसे उन्हें इलाज मिलेगा। कोरोना के नए वेरिएंट के बढ़ते मामलों और लोगों की परेशानी को देखते हुए उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री, जिनके पास स्वास्थ्य विभाग का जिम्मा भी है, ब्रजेश पाठक ने कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट से घबराने की जरूरत नहीं है। उत्तर प्रदेश सभी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में कोविड का नया सब वेरिएंट पूरी तरह से काबू में है। किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य महकमा पूरी तरह से तैयार है। स्वास्थ्य मंत्री ब्रजेश पाठक केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया की अध्यक्षता में आयोजित देश के सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों और वरिष्ठ अधिकारियों की वर्चुअल बैठक में सम्मिलित हुए थे। उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने बैठक में बताया कि प्रदेश में व्यापक स्तर पर टेस्ट कराए जा रहे हैं। फिलहाल घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा कि कोरोना पूरी तरह से कंट्रोल में है। यह कोरोना का कोई वेरिएंट नहीं, बल्कि सब वेरिएंट है।
वहीं कोरोना जेएन-1 वेरियंट को लेकर यूपी की स्वास्थ महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य डा. दीपा त्यागी ने बताया कि यदि किसी जिले में 40 से अधिक मरीज आएंगे तो जीनोम सीकवेंसिंग के लिए भेजा जाएगा। फिलहाल घबराने की स्थिति नहीं है, प्रदेश के हालातों पर नजर बनाए हुऐ हैं। गौरतलब है प्रदेश में जीनोम सीकवेंसिंग के लिए तीन लैब है सभी अलर्ट पर हैं। गौरतलब है कि कोरोना के बुधवार को दो मामले मेरठ के आसपास के जिलों बुलंदशहर और गाजियाबाद में मिले, जिससे खतरा बढ़ा है। ऐसे में एहतियात बरतने की जरूरत है।