बैंगलुरु । हिजाब मुक्ति पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बयान पर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बीवाई विजयेंद्र ने धर्म के आधार पर लोगों को बांटने का आरोप लगाया है। राज्य के शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पहनने पर लगे प्रतिबंध को वापस लेने के मामले पर कर्नाटक भाजपा अध्यक्ष ने कहा, सत्तारूढ़ कांग्रेस फूट डालो और शासन करो वाली ब्रिटिश सरकार की नीति को आगे बढ़ा रही है। राज्य सरकार को कम से कम बच्चों को अपनी गंदी राजनीति से बचाना चाहिए था। उन्होंने कहा कि एक तरफ कांग्रेस हिजाब पर प्रतिबंध हटाना चाहती है, वहीं दूसरी ओर परीक्षा देने गईं हिंदू महिलाओं को उनके मंगल सूत्र और पैर की अंगूठियों को उतारने के लिए मजबूर किया गया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी भी अल्पसंख्यकों की स्थिति को ऊपर उठाने की कोशिश नहीं की।
मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने बताया कि किसी ने मुझसे हिजाब पर प्रतिबंध हटाने को लेकर सवाल पूछा जिसके जवाब में मैंने उन्हें जवाब दिया कि सरकार इसे रद्द करने पर विचार कर रही है। मैसूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम सिद्धारमैया ने कहा था कि सरकार राज्य में हिजाब पर लगे बैन को हटाने जा रही है, इसके लिए प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं। इससे पहले सीएम सिद्धरमैया ने पीएम नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम सबका साथ, सबका विकास की बात करते हैं, लेकिन टोपी, बुर्का पहनने वालों और दाढ़ी रखने वालों को किनारे कर देते हैं। उधर मामले में एनसीपी सांसद सुप्रिया सुले ने इसे कर्नाटक राज्य का आंतरिक मामला बताते हुए मुख्यमंत्री के स्वतंत्र फैसले की वकालत की।