नई दिल्ली । मोदी सरकार का राजकोषीय घाटा नवंबर अंत तक पूरे साल के बजट अनुमान का 50.7 प्रतिशत हो गया है। रुपए में यह 9.06 लाख करोड़ है। जारी आंकड़ों के मुताबिक, 2022-23 की समान अवधि में यह 58.9 फीसदी था। मोदी सरकार ने 2023-24 के लिए 17.86 लाख करोड़ के राजकोषीय घाटे का अनुमान लगाया है। यह जीडीपी के अनुपात में 5.9 फीसदी होगा। मोदी सरकार का लक्ष्य 2025-26 तक घटाकर 4.5 फीसदी पर लाना है।
मोदी सरकार को नवंबर तक कुल 17.4 लाख करोड़ का राजस्व मिला है, जो बजट अनुमान का 64.3 फीसदी है। इसमें 14.35 लाख करोड़ रुपए शुद्ध रूप से कर राजस्व है। 2.84 लाख करोड़ रुपए गैर-कर राजस्व है और 25,463 करोड़ रुपए अन्य मदों से है।
आंकड़ों के मुताबिक, मोदी सरकार ने चालू वित्त वर्ष में अप्रैल से नवंबर के बीच कुल 26.52 लाख करोड़ रुपए खर्च किया है। यह 2023-24 के बजट अनुमान का 58.9 फीसदी है। कुल खर्च में से 20.66 लाख करोड़ रुपए राजस्व खातों पर और 5.85 लाख करोड़ रुपए पूंजी खातों पर खर्च हुए हैं।