ग्रेटर नोएडा के एक अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही का मामला सामने आया है, जहां 7 साल के बच्चे की गलत आंख का ऑपरेशन कर दिया गया। परिजनों ने डॉक्टर से शिकायत की, लेकिन डॉक्टर ने बदसलूकी की। परिजन अब सीएमओ से जांच और डॉक्टर का लाइसेंस रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
ग्रेटर नोएडा के थाना बीटा-2 क्षेत्र के सेक्टर गामा वन स्थित एक अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही का गंभीर मामला सामने आया है। यहां आनंद स्पेक्ट्रम अस्पताल में 7 साल के बच्चे की गलत आंख का ऑपरेशन कर दिया गया। सेक्टर बीटा-2 निवासी बच्चे के पिता नितिन ने बताया कि उनके बच्चे की एक आंख में एलर्जी थी। इसके बाद डॉक्टर आनंद ने सर्जरी की सलाह दी थी।अगले दिन नितिन अपने बच्चे को लेकर अस्पताल गया, जहां डॉक्टर बच्चे को ऑपरेशन थियेटर में ले गए और कुछ देर बाद उसे बाहर लाकर बताया कि ऑपरेशन सफल रहा है और आंख से प्लास्टिक का टुकड़ा निकाल दिया गया है। बच्चे की आंख पर पट्टी भी बंधी हुई थी।
बच्चे के पिता ने बताया कि जब वह घर पहुंचे तो उन्हें पता चला कि बच्चे की समस्या बाईं आंख में है, लेकिन पट्टी दाईं आंख पर लगी थी। इसके बाद वह तुरंत वापस अस्पताल गए, जहां डॉक्टर ने पहले कहा कि गलती हो गई है।
स्थिति तब और बिगड़ गई जब परिजन बच्चे को दूसरे अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टर ने बताया कि बच्चे की आंख का कोई ऑपरेशन नहीं हुआ है और उसकी आंख बिल्कुल ठीक है।
इसके बाद गुस्साए परिजनों ने आनंद अस्पताल जाकर हंगामा किया और पुलिस को सूचना दी। मौके पर पहुंची पुलिस के सामने डॉक्टर ने माना कि उनसे गलती हुई है, लेकिन ऑपरेशन का दावा गलत है।
परिजनों का कहना है कि ऑपरेशन के नाम पर 45 हजार रुपए लिए गए और एनेस्थीसिया के कारण बच्चे के शरीर पर चकत्ते पड़ गए हैं। उन्होंने सीएमओ से अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।