सेंटर में एलोपैथी के साथ-साथ आयुर्वेदिक, होम्योपैथी, नेचुरोपैथी आदि के विशेषज्ञ भी मौजूद रहेंगे। रिपोर्ट आने के बाद मरीज इन डॉक्टरों से परामर्श ले सकेंगे। मरीजों का बॉडी चेकअप भी दो घंटे के अंदर हो जाएगा।
देश का सबसे स्वच्छ शहर स्वास्थ्य के क्षेत्र में एक और नवाचार करने जा रहा है। चार लाख लोगों की प्रिवेंटिव हेल्थ चेकअप करने के बाद अब हेल्थ ऑफ इंदौर अभियान के तहत प्रिवेंटिव हेल्थ केयर सेंटर बनाया जा रहा है।
इसके लिए एक संस्था ने साउथ तुकोगंज क्षेत्र में करोड़ों रुपए कीमत की 30 हजार वर्ग फीट जमीन दान की है। इस सेंटर की खासियत यह है कि यहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की मदद से मरीजों की जांच की जाएगी और जांच के बाद रियल टाइम रिपोर्ट भी मिलेगी।
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आधुनिक मशीनों की मदद से मरीज का बॉडी चेकअप महज दो घंटे में हो जाएगा और उसे रिपोर्ट भी मिल जाएगी। इसके लिए आईआईटी की मदद ली जाएगी। दावा किया जा रहा है कि यह देश का पहला ऐसा सेंटर होगा, जिसका संचालन संस्थान के जरिए होगा।
लोगों को यहां सबसे कम दर पर जांच की सुविधा मिल सकेगी। इसके लिए हस्तीमल सुंदरबाई पारमार्थिक ट्रस्ट के सदस्यों ने पिछले दिनों शहर आए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा से सांसद शंकर लालवानी के जरिए मुलाकात की और उनसे भूमि पूजन में शामिल होने का अनुरोध भी किया।
बता दें, इंदौर स्वास्थ्य के तहत शहर में मप्र सेवा संकल्प, रेडक्रॉस सोसायटी और सेंट्रल लैब द्वारा की गई चार लाख लोगों की जांच में चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए, जिसमें अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों में कई तरह की बीमारियां पाई गईं। इस अत्याधुनिक केंद्र में सामान्य रक्त जांच से लेकर इको कार्डियोग्राफी, सीटी स्कैन, एमआरआई, कैंसर स्क्रीनिंग और जीनोमिक जांच की जाएगी।
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निजी लैब की निदेशक डॉ. विनीता कोठारी ने बताया कि इस केंद्र पर जांच के दौरान अगर किसी व्यक्ति में कोई बीमारी पाई जाती है तो उसके फॉलोअप का भी ध्यान रखा जाएगा। हर महीने मरीजों से संपर्क कर देखा जाएगा कि बीमारी में कितना सुधार हुआ है, क्योंकि बोहरा समुदाय ने पिछले 10 सालों में अपने स्वास्थ्य में काफी सुधार किया है।